11 फिर परमेश्वर ने कहा, पृथ्वी से हरी घास, तथा बीज वाले छोटे छोटे पेड़, और फलदाई वृक्ष भी जिनके बीज उन्ही में एक एक की जाति के अनुसार होते हैं पृथ्वी पर उगें; और वैसा ही हो गया।
उत्पत्ति 1:11
11 And he said: Let the earth bring forth the green herb, and such as may seed, and the fruit tree yielding fruit after its kind, which may have seed in itself upon the earth. And it was so done.
Genesis 1:11
12 तो पृथ्वी से हरी घास, और छोटे छोटे पेड़ जिन में अपनी अपनी जाति के अनुसार बीज होता है, और फलदाई वृक्ष जिनके बीज एक एक की जाति के अनुसार उन्ही में होते हैं उगे; और परमेश्वर ने देखा कि अच्छा है।
उत्पत्ति 1:12
12 And the earth brought forth the green herb, and such as yieldeth seed according to its kind, and the tree that beareth fruit having seed each one according to its kind. And God saw that it was good.
Genesis 1:12
13 तथा सांझ हुई फिर भोर हुआ। इस प्रकार तीसरा दिन हो गया॥
उत्पत्ति 1:13
13 And the evening and the morning were the third day.
Genesis 1:13
उत्पत्ति 1:11
11 And he said: Let the earth bring forth the green herb, and such as may seed, and the fruit tree yielding fruit after its kind, which may have seed in itself upon the earth. And it was so done.
Genesis 1:11
12 तो पृथ्वी से हरी घास, और छोटे छोटे पेड़ जिन में अपनी अपनी जाति के अनुसार बीज होता है, और फलदाई वृक्ष जिनके बीज एक एक की जाति के अनुसार उन्ही में होते हैं उगे; और परमेश्वर ने देखा कि अच्छा है।
उत्पत्ति 1:12
12 And the earth brought forth the green herb, and such as yieldeth seed according to its kind, and the tree that beareth fruit having seed each one according to its kind. And God saw that it was good.
Genesis 1:12
13 तथा सांझ हुई फिर भोर हुआ। इस प्रकार तीसरा दिन हो गया॥
उत्पत्ति 1:13
13 And the evening and the morning were the third day.
Genesis 1:13
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