8 और परमेश्वर ने उस अन्तर को आकाश कहा। तथा सांझ हुई फिर भोर हुआ। इस प्रकार दूसरा दिन हो गया॥
उत्पत्ति 1:8
8 And God called the firmament, Heaven; and the evening and morning were the second day.
Genesis 1:8
9 फिर परमेश्वर ने कहा, आकाश के नीचे का जल एक स्थान में इकट्ठा हो जाए और सूखी भूमि दिखाई दे; और वैसा ही हो गया।
उत्पत्ति 1:9
9 God also said: Let the waters that are under the heaven, be gathered together into one place: and let the dry land appear. And it was so done.
Genesis 1:9
10 और परमेश्वर ने सूखी भूमि को पृथ्वी कहा; तथा जो जल इकट्ठा हुआ उसको उसने समुद्र कहा: और परमेश्वर ने देखा कि अच्छा है।
उत्पत्ति 1:10
10 And God called the dry land, Earth; and the gathering together of the waters, he called Seas. And God saw that it was good.
Genesis 1:10
उत्पत्ति 1:8
8 And God called the firmament, Heaven; and the evening and morning were the second day.
Genesis 1:8
9 फिर परमेश्वर ने कहा, आकाश के नीचे का जल एक स्थान में इकट्ठा हो जाए और सूखी भूमि दिखाई दे; और वैसा ही हो गया।
उत्पत्ति 1:9
9 God also said: Let the waters that are under the heaven, be gathered together into one place: and let the dry land appear. And it was so done.
Genesis 1:9
10 और परमेश्वर ने सूखी भूमि को पृथ्वी कहा; तथा जो जल इकट्ठा हुआ उसको उसने समुद्र कहा: और परमेश्वर ने देखा कि अच्छा है।
उत्पत्ति 1:10
10 And God called the dry land, Earth; and the gathering together of the waters, he called Seas. And God saw that it was good.
Genesis 1:10
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